M.S.M. Institute of Ayurveda
M.S.M. Institute of Ayurveda was established for conceiving the idea of nurturing Indian System of Medicine in the state of Haryana; the way back in 1973. Since then the institute has projected itself as a glittering star among the gallery of different institutes of the university by providing quality education and imparting sound ethical medical culture to the budding students. Now it is a constituent college of Bhagat Phool Singh Mahila Vishwavidyalaya, Khanpur Kalan, Sonipat, a state University and recognized under section 2(f) and 12(b) of the UGC Act 1956. Recognized by the governing body i.e. National commission for Indian system of medicine,Government of India and the college offers 4 and 1/2 years degree course of Ayurveda (Ayurvedacharya) with a B.A.M.S. (Bachelor of Ayurvedic Medicine &x; Surgery) degree. A rotatory essential internship of one year duration follows the depicted period of this degree to augment clinical skills of the students. During the internship period, students are given stipend per month by the institute as per university norms.
Different subjects dedicated well equipped laboratories including cadaver dissection hall and modernized pathology laboratory are providing hands on classes for the students. An enriched library with more than 10,000 Ayurveda classical books and modern books, is available with student’s friendly flexible time schedule. A self-regulated well-equipped pharmacy unit to prepare various traditional and self-formulated medicines for the hospital requirements. The pharmacy manufacturing is supported by sprawling herbarium garden where more than 210 species of herbs are grown. A 60 bedded hospital of the institute plays a vital role in imparting quality education to sharpen the clinical skills of upcoming doctors. The hospital is potent in dealing with different emergencies round the clock apart from having OPD and IPD facilities with multi-specialty approach. The efficacy of the hospital is also enhanced by using various modern diagnostic tools i.e. ‘X’-Ray, ECG and
Pathology laboratory. The hospital has maintained its reputation as a referral Centre of specialized myriad Ayurveda treatment &x; various elective surgical procedures. A separate seminar hall with a sitting capacity of 200 persons is an integral part of the institution. Highly motivated and dedicated teaching faculties have always been a tenacious part of the institution and ever ready to guide and elite the student’s future with their visionary thoughts and deeds. Our many students got selection in PG courses of India’s best Ayurvedic Institutions.
ADMINISTRATIVE AUTHORITIES:- 1. Prof. (Dr.) Sudesh Hon'ble Vice-Chancellor B.P.S. Mahila Vishwavidyalaya Khanpur Kalan, Haryana Pin- 131305 Contact No. (O) 01263-283013, (O) 01263-283111 2. Dr. Neelam Malik, Registrar, BPSMV, Khanpur Kalan, Sonipat Contact No:- 01263-283038 3. Dr. SP Gautam, Associate Professor Dean, Faculty of Ayurveda w.e.f. 10/03/2021 Principal MSM Institute of Ayurevda w.e.f. 01/09/2021 Contact No:- 01263283629, 01263298899
श्री माड़ू सिंह मेमोरियल आयुर्वेद संस्थान की स्थापना १९७३ में हरियाणा राज्य में भारतीय चिकित्सा प्रणाली के विकास को बढ़ावा देने हेतु की गई थी। यह उत्तर भारत का सर्वप्रथम महिला आयुर्वेद संस्थान है । यह संस्थान छात्राओं हेतु गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान कर, एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में स्थापित हैं । अभी यह संस्थान भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां, सोनीपत, का एक संवैधानिक घटक है और यूजीसी अधिनियम १९५६ की धारा २(एफ) और
१२(बी) के तहत पंजीकृत है तथा राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग, नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है । यह महाविद्यालय ४-१/२ वर्षीय बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की आयुर्वेदचार्य डिग्री प्रदान करता है । छात्राओं के नैदानिक एवं चिकित्सकीय कौशल को बढ़ाने के लिए एक वर्ष की रोटेटरी अनिवार्य इंटर्नशिप भी करायी जाती है। इस दौरान छात्राओं को विश्वविद्यालय मापदंडों के अनुसार संस्थान द्वारा प्रति माह मानदेय दिया जाता है।
आयुर्वेद तथा आधुनिक विषयों के ज्ञान हेतु शव विच्छेदन कक्ष और आधुनिक रोगविज्ञान प्रयोगशाला को स्थापित किया गया हैं। 10,000 से अधिक आयुर्वेद शास्त्रीय, संहिताएं एवं आधुनिक पुस्तकों से समृद्ध पुस्तकालय भी उपलब्ध हैं। महाविद्यालय में अस्पताल की आवश्यकताओं के लिए विभिन्न पारंपरिक तथा स्वनिर्मित दवाओं को शास्त्रीय विधि से तैयार करने के लिए एक सुसज्जित फार्मेसी हैं तथा संस्थान में एक वनस्पति उद्यान हैं, जहां 210 से अधिक जड़ी-बूटियाँ उपलब्ध हैं। भावी डॉक्टरों के नैदानिक एवं चिकित्सकीय कौशल में निपुण करने हेतु संस्थान में 60 बिस्तरों वाला, सभी उपकरणों से सुसज्जित अस्पताल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । विभिन्न आधुनिक नैदानिक उपकरणों (एक्स-रे, ईसीजी और पैथोलॉजी प्रयोगशाला) तथा आयुर्वेदिक पद्धतियों जैसे – अग्निकर्म, जलौकावचरण, नेत्र तर्पण, पंचकर्म चिकित्सा का उपयोग करके अस्पताल की महत्ता और भी बढ़
जाती हैं। आयुर्वेद उपचार और विभिन्न वैकल्पिक शल्यचिकित्सा प्रक्रियाओं के एक रेफरल सेंटर के रूप में अस्पताल ने अपनी प्रतिष्ठा को बनाए हुये है। संस्थान में 200 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाला एक अलग सभागार हैं। उच्च शिक्षित और समर्पित शिक्षक वर्ग हमेशा संस्था का एक दृढ़ हिस्सा रहे हैं और वे छात्राओं के उत्तम भविष्य के मार्गदर्शन के लिए हमेशा तैयार हैं। और आज भारतवर्ष के सभी मुख्य आयुर्वेदिक संस्थानों में हमारी अनेक छात्राएं स्नातकोत्तर शिक्षा हेतु प्रवेश प्राप्त कर रही हैं।
प्रशासनिक अधिकारी
1. प्रो. (डॉ.) सुदेश वाइस चांसलर, बीपीएसएमवी, खानपुर कलां, सोनीपत संपर्क नंबर 01263283111 2. डॉ. नीलम मलिक रजिस्ट्रार, बीपीएसएमवी, खानपुर कलां, सोनीपत संपर्क नंबर: -01263283038 3. डॉ. महेश कुमार दाधिच (प्रोफेसर एवं एचओडी, द्रव्यगुण) डीन, आयुर्वेद संकाय, 10/03/2021 से प्रिंसिपल, एम.एस.एम. आयुर्वेद संस्थान 01/09/2021 से संपर्क नंबर: - 01263283629, 01263298899
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